पश्चिम बंगाल के हिंसा प्रभावित मुर्शिदाबाद जिले में एक व्यक्ति और उसके बेटे की हत्या के मुख्य आरोपियों में से एक और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस गिरफ्तारी को लेकर बताया कि शमशेरगंज के जाफराबाद में 2 लोगों की हत्या के मामले में यह चौथी गिरफ्तारी है. वहीं मुर्शिदाबाद हिंसा को लेकर धरपकड़ जारी है और करीब 300 लोगों को पकड़ लिया गया है जबकि 100 से अधिक एफआईआई भी कराई जा चुकी है.
गिरफ्तार किए गए आरोपी की पहचान जाफराबाद के पड़ोसी गांव सुलिताला पुरबापारा निवासी जियाउल शेख के रूप में हुई है, जो 12 अप्रैल को अपराध की घटना के बाद से फरार चल रहा था. पुलिस अधिकारी ने बताया कि जियाउल शेख को पश्चिम बंगाल पुलिस के स्पेशल टास्क फोर्स (STF) और स्पेशल इंवेस्टीगेशन टीम (SIT) ने कल शनिवार को उत्तर दिनाजपुर जिले के चोपड़ा इलाके में उसके ठिकाने से गिरफ्तार किया गया.
cctv फुटेज और मोबाइल फोन की लोकेशनः पुलिस
पुलिस अधिकारी ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया, “यह शख्स मुख्य आरोपियों में से एक है, जिसने 12 अप्रैल को मृतक के घर पर भारी तोड़फोड़ करने के बाद हरगोबिंदो दास और उसके बेटे चंदन दास की हत्या करने के लिए भीड़ को उकसाया और घटना की पूरी साजिश रची.” उन्होंने कहा कि पुलिस के पास 12 अप्रैल को घटनास्थल पर उसकी मौजूदगी साबित करने के लिए सभी सबूत, सीसीटीवी फुटेज और उसके मोबाइल फोन टावर की लोकेशन है.
मुर्शिदाबाद हिंसा में अब तक 276 गिरफ्तारियांः पुलिस
इससे पहले, बंगाल पुलिस ने 2 भाइयों कालू नादर और दिलदार के अलावा इंजमाम उल हक को दोनों की हत्या में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया था. कालू को बीरभूम जिले के मुराराई क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया, जबकि उसके भाई दिलदार को सुती पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र के तहत पड़ने वाले बांग्लादेश बॉर्डर क्षेत्र से पकड़ा गया. तीसरे आरोपी को जाफराबाद के पड़ोसी गांव सुरीपारा से गिरफ्तार किया गया.
मुर्शिदाबाद हिंसा के बाद के घटनाक्रम पर अधिकारी ने कहा, “हमने मुर्शिदाबाद हिंसा मामलों में अब तक 100 से अधिक एफआईआर दर्ज की हैं. हमने अब तक इन मामलों में 276 लोगों को गिरफ्तार भी किया है.” वक्फ अधिनियम में संशोधन को लेकर हाल ही में हुए विरोध प्रदर्शनों के दौरान हुई मुर्शिदाबाद हिंसा में कम से कम 3 लोगों की मौत हो गई.